israel चार दिन की शांति के बाद क्या

इजराइल ने तेवर थोड़े नरम करते हुए चार दिन का युद्ध विराम स्वीकार कर लिया है और अपने कुछ नागरिकों के बदले लगभग चार गुना फिलिस्तीनियों को छोड़ने की भी मांग पर सहमति बन गई है. एक महीने से अधिक समय से चल रहे संघर्ष में यह पहला विराम है. यूएन और कई देश अपने तौर पर इसी कोशिश में लगे हुए हैं कि चार दिन की यह शांति अब थोड़ा लंबे समय तक चले लेकिन इजराइल ने इस समझौते को लेकर बार बार यही कहाा है कि वह सिर्फ चार दिन के लिए युद्ध विराम पर राजी हुआ है और उसका संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक कि फिलिस्तीन की तरफ से उसके हर खतरे का अंत नहीं हो जाता. इजराइली मंत्रिमंडल ने भी अस्थायी संघर्ष विराम को ही मंजूरी दी है और उसका कारण भी यही दिया गया है कि इजराइल के बंधक बनाए गए लोग वापस लाए जा सकें. वैसे इजराइल की तरफ से चार दिन के ही सही हमले चार दिन रोकने के फैसले से उम्मीद जागी है कि अब कोई रास्ता निकल सकता है. गाजा पट्टी में बंदी बंधकों को स्वतंत्रता मिलने की संभावना की बात करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि छह हफ्तों से जारी जंग चार दिन रुकेगी लेकिन इस दौरान सर्विलांस का काम जारी रहेगा. हमास के पास फिलहाल 240 बंधक हैं इनमें से करीब 50 को छोड़े जाने की बात सामने आई है और इनके बदले 150 फिलस्तीनीकैदी रिहा होंगे. अभी यह साफ नहीं है कि अमेरिका और कतर की मध्यस्थता में हुए इस यह समझौते को कब से लागू किया जाना है.