Hyper Tension थोड़ी सी सावधानी बचा सकती है हमें
हाइपरटेंशन का टेंशन न लें क्योकि बचने के तरीके भी हैं
तनाव और चिंता से भरे जीवन में कई सारी समस्याओं ने व्यक्ति को घेर लिया है. लोगों में हाइपरटेंशन की परेशानी बहुत ही सामान्य हो गई है. यह समस्या इतनी गंभीर है कि इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है. बढ़े हुए तनाव ने हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं को जन्म दिया है. पहले यह बीमारी बुजुर्गों में पाई जाती थी, लेकिन अब यह युवाओं और बच्चों को भी होने लगी है. ब्लड प्रेशर में अचानक बढ़ोतरी और धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ना हाइपरटेंशन कहलाता है.
अगर यह समस्या गंभीर हो जाए तो हृदय रोग, ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट फेलियर जैसी स्थिति बन सकती है. सामान्य व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 120/80 होना चाहिए. बीपी इससे अधिक हो जाए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. हाई ब्लड प्रेशर होने के बाद दवाइयां खानी पड़े उससे बेहतर है कि के लिए हम एहतियात बरते. समय पर भोजन न लेना, लंबे समय तक स्क्रीन का प्रयोग करना और व्यायाम न करना, इन सब आधुनिक जीवनशैली के कारण हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए धूमपान और शराब के सेवन से बचें. नमक की अधिकता ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती है, इसलिए नमक का सेवन सीमित करें. तनाव को कम करें, ब्लड प्रेशर की जांच करते रहें, नियमित कसरत और योग करें.